इस पोस्ट में, हम FL Studio के Mixing and Mastering के विषय में बात करेंगे की आप कैसे FL Studio में popular dj remixer की तरह अपने FL Studio Project बोले तो जो भी Audio Songs(Mp3) को remix कर रहे है उसकी आवाज किसी Dj, Headphones और Speakers में न फाटे और आपके गाने की आवाज बिलकुल साफ सुनाई दे (best sound quality) जिससे लोग आपके द्वारा dj remix किये गए गाने को जायदा से जायदा बजाये
तो अगर आप आप FL Studio Mixing and Mastering सीखना चाहते हो तो आप FL Studio music production की इस पोस्ट को जरुर देखे जिसमे आपको FL Studio के बारे में Step-by-Step हिंदी में आसान शब्दों में बातों को बताया गया है। जो की FL Studio Mixing and Mastering करने का एक अच्छा सही तरीका है जिसे मै भी fallow करता हूँ तो चलिए शुरू करते है
इसे भी देखे - 100 + Best Fl Studio Hard Kick Pack zip File Free Download
FL Studio Mixing and Mastering Tutorial: Complete Guide in Hindi
FL Studio Mixing and Mastering का मतलब
FL Studio में Mixing and Mastering का मतलब दो है जिसको आपको नीचे अच्छे से समझाया गया है
1. मिक्सिंग (Mixing):
मिक्सिंग ध्वनि प्रोद्योगिकी (sound technology) का प्रक्रिया है जिसमें एक गाने की different tracks को एक संगठित, सुंदर (beautiful)और समान ध्वनि मिश्रण में मिलाया जाता है। यह प्रक्रिया equalization (EQ), compression, panning (पैन), reverb, delay और अन्य sound effects का उपयोग करके ध्वनि संतुलन को समायोजित करने के माध्यम से होता है।
इसमें गाने की हर tracks के संभावित डिस्टोर्शन, अधिक या कम वॉल्यूम, और संगीतीय उपकरणों के संभावित विपरीत प्रभाव को समायोजित किया जाता है ताकि गाना उच्च गुणवत्ता में सुनाई दे।
2. मास्टरिंग (Mastering):
Mastering ध्वनि प्रोद्योगिकी (sound technology) का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू है जिसमें पूरे गाने को एक final sound mix में adjusted किया जाता है। इसमें sound को specially different platforms पर प्रसारित करने के लिए विशेषकर adjusted किया जाता है।
ताकि गाना विभिन्न स्तरों (Dj, Headphones और Speakers) पर सुनने में बेहतर लगे। यह ध्वनि संबंधी समस्याओं(problems) को सुलझाता है और गाने को इतनी ताक़तवर बनाता है कि वह सुनने वाले दिलों को छु जाता है।
FL Studio Mixing and Mastering के बीच अंतर
फ्ल स्टूडियो में मिक्सिंग और मास्टरिंग दो अलग-अलग चरण हैं जो संगीत बनाने की प्रक्रिया में एक दूसरे के पश्चात आते हैं। ये दोनों चरण ध्वनि को संपादित करने के विभिन्न तरीकों से संबंधित हैं और अपने विशेष उद्देश्य होते हैं।
मिक्सिंग (Mixing):
- मिक्सिंग संगीत बनाने की प्रक्रिया का एक प्रमुख चरण है, जिसमें विभिन्न ध्वनि ट्रैक्स, इंस्ट्रुमेंट्स और वोकल को एक साथ मिलाया जाता है।
- इस चरण में, संगीत के विभिन्न घटकों की ध्वनि संतुलित की जाती है ताकि वे एक बलंस बनाए रहें। संगीत में सभी ट्रैक्स को एक समान लेवल पर मिलाने का प्रयास किया जाता है जिससे वे अच्छे से समन्वित दिखते हैं और एक-दूसरे को ढक नहीं रहे होते।
- इसमें वॉल्यूम, पैनिंग, इक्वेलाइजेशन, कंप्रेशन, रिवर्बरेशन और अन्य एफएक्स का उपयोग किया जाता है।
- मिक्सिंग के बाद, एक अन्य लेयर पर संगीत का सामान्य मिक्स या स्टीम कर दिया जाता है ताकि आगे की प्रक्रिया जो मास्टरिंग है वह संगीत के पूर्ण संस्करण के साथ आगे बढ़ सके।
मास्टरिंग (Mastering):
- मास्टरिंग संगीत बनाने की प्रक्रिया का दूसरा चरण है, जिसमें मिक्सिंग के पूर्ण होने के बाद गाने को अंतिम रूप दिया जाता है।
- इस चरण में, संगीत को अन्य गानों और ध्वनियों के साथ समान लेवल पर मिलाया जाता है ताकि उसके सुनने वाले के लिए एक संघटित और समानुपातित अनुभव हो।
- मास्टरिंग के दौरान, संगीत के ध्वनिस्तर को संयंत्रित किया जाता है और उसमें इक्वेलाइजेशन, कंप्रेशन, लिमिटिंग, स्टीरियो इमेजिंग और अन्य एफएक्स का उपयोग किया जाता है।
- इस चरण में, संगीत का आखरी आकार और टोन बैलेंस तैयार किया जाता है, ताकि वह अन्त तक समर्थित और प्रोफेशनल सुने।
- इसके बाद, मास्टरिंग इंजनियर अपने नियंत्रण में एक फाइनल मास्टर बनाता है, जो विभिन्न संस्करणों में विकसित किए गए गाने के साथ संबंधित होता है, जैसे कि रेडियो, टीवी, इंटरनेट या संगीत स्ट्रीमिंग के लिए।
संक्षेप में कहें तो, मिक्सिंग ध्वनि के भिन्न घटकों को समन्वित करने की प्रक्रिया है जबकि मास्टरिंग संगीत को एक समान और प्रोफेशनल रूप में प्रस्तुत करने की प्रक्रिया है। यह दोनों चरण संगीत बनाने की प्रक्रिया में बेहद महत्वपूर्ण होते हैं और संगीत के अंतिम उत्पादन की गुणवत्ता और प्रदर्शन को सुनिश्चित करते हैं।
Sound Mixing:
गाने की ट्रैक्स और इफेक्ट्स का समायोजन करें: सबसे पहले, FL Studio में अपने गाने की ट्रैक्स को समायोजित करें और उनमें विभिन्न इफेक्ट्स जोड़ें। प्रत्येक ट्रैक पर EQ (इक्यू), कंप्रेशन, रीवर्ब, डीले, और पैनिंग (पैन) जैसे इफेक्ट्स लगाएं।
EQ का उपयोग करें:
EQ के माध्यम से अलग-अलग फ्रीक्वेंस बैंड्स पर ध्वनि को समायोजित करें ताकि विभिन्न संगीतीय उपकरण अच्छे से सुनाई दे सकें। यह आपकी गाने की बिल्कुल स्पष्टता बढ़ाएगा।
Compression का उपयोग करें:
कंप्रेशन के माध्यम से गाने के स्तर में विस्तार करें, जिससे उच्च और निम्न स्तरों के बीच अंतर कम होगा। इससे ध्वनि बेहतर रूप से समायोजित होगी।
Reverb और Delayका उपयोग करें:
ये इफेक्ट्स आपके गाने को अधिक स्पेसियस और आकर्षक बनाते हैं। रीवर्ब ध्वनि को एक खुले अंदाज़ में बढ़ाता है, जबकि डीले से उसे एक ध्वनि के एको रूप में सुनाया जाता है।
Panning का उपयोग करें:
पैनिंग से आप गाने के विभिन्न तत्वों को साउंडट्रैक में दाहिने या बाएं ओर स्थानांतरित कर सकते हैं। यह आपके गाने को सैकड़ों प्रकार से बेहतर बनाता है।
Song की Mastering:
अपने mp3 songs की mastring अच्छे से करने के लिए आप इन FL Studio plugins का use कर सकते है।
Limiting का उपयोग करें:
limiter उपयोग करके गाने के ध्वनि स्तर को नियंत्रित करें, ताकि यह highest levels पर भी distortion मुक्त रहे।
Equalizing करें:
गाने के भिन्न तत्वों के sound को equalizing करके उन्हें बेहतर बनाएं। यह ध्वनि के संतुलन को और भी उत्तम बनाता है।
Stereo Imaging:
स्टीरियो इमेजिंग के माध्यम से आप अपने गाने को विभिन्न स्पेसियस एंवायरमेंट(different spatial environments) में बेहतर बना सकते हैं।
Volume Control करें:
गाने की mastering के समय, आपको volume control को देखना होगा जिससे ध्वनि का संतुलन बना रहे।
नोट - गाने की quality का निरीक्षण करें: अपने गाने को कई different modes में सुनकर उसकी quality का निरीक्षण करें। सुनिश्चित करें कि ध्वनि स्पष्ट और समृद्ध है, और किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होती।
निष्कर्स
हमें उम्मीद है आपको FL Studio Mixing and Mastering Tutorial पोस्ट पसंद आई है अगर हाँ तो इस FL Studio Mixing and Mastering Tutorial पोस्ट को जायदा से जायदा शेयर करे और अगर आपके मन में कोई दिक्कत या सवाल है तो आप उसे कमेंट box में comment करके जरुर बताये fl studio mixing की अधिक जानकारी के लिए FL Studio Tutorials देखे धन्यबाद।