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देशभक्ति शायरी: 15 अगस्त के लिए 50 चुनिंदा शेर | 15th August Desh Bhakti Shayari

हमारे प्यारे देश भारत में साल भर में दो मौकों पर देशभक्ति का बुखार अपने चरम पर पहुँच जाता है 15 अगस्त और 26 जनवरी। हम सब उस दिन सुबह-सुबह नींद से जागते हैं, और पहले झंडा फहराते हैं, फिर इंटरनेट पर सबसे बढ़िया 'देशभक्ति शायरी' खोजने में जुट जाते हैं। अब भला कौन ऐसा नहीं करेगा? आखिरकार, व्हाट्सएप ग्रुप्स और सोशल मीडिया स्टोरीज पर देशभक्ति शायरी डालना भी तो एक 'पवित्र कर्तव्य' है!

तो, मैंने सोचा क्यों न इस बार आपको एक ऐसी पोस्ट के माध्यम से मदद की जाए, जहां आपको एक ही जगह पर सबसे मनोरंजक, दिलचस्प और जोश भरे शेर मिलें। और हां, थोड़ी-बहुत मस्ती भी होनी चाहिए, वरना शायरी का मज़ा कैसे आएगा?

15th August Desh Bhakti Shayari
15th August Desh Bhakti Shayari

देशभक्ति शायरी: 15 अगस्त के लिए 50 चुनिंदा शेर | 15th August Desh Bhakti Shayari

"सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-कातिल में है।"
यह शेर सुनते ही आपका मन करेगा कि आप भी भगत सिंह के साथ लाल किला पर चढ़ जाएं! लेकिन ठहरिए, चाय तो पी लीजिए।
"दिल दिया है, जान भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए।"

इतनी उत्सुकता से ये लाइन बोलने के बाद कोई हमसे पेन भी मांग ले तो हम कहते हैं, "पेन की बात न करो, दिल की बात करो।"

"मेरा कर्मा तू, मेरा धर्मा तू, मेरा अभिमान है, राष्ट्रधर्म सर्वोपरि है, यही मेरी पहचान है।"

अब आप सोच रहे होंगे कि कौन सी मूवी का डायलॉग है ये, पर विश्वास कीजिए, ये दिल से निकली देशभक्ति है।
"वतन की मोहब्बत में हम आशिक़ाना हो गए, शहीदों की क़ुरबानी में सरफ़रोशाना हो गए।"
यह शेर सुनकर लगता है कि बंदे ने दिल से 'स्वदेश' फिल्म देखी है!
"न पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है, हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम हिंदुस्तानी हैं।"
कहने का मतलब, हमारा 'डायलॉग डिलीवरी' इतना दमदार है कि हर कोई हमारी पहचान जान लेगा!

"ज़माने भर में मिलते हैं आशिक़ कई, मगर वतन से हसीन सनम नहीं होता।"
आशिक़ी का नया लेवल—वतन से इश्क़!
"कुर्बानी का जज़्बा दिल में जगा है, हिन्द की धड़कन हमसे ही बजी है।"
इस शेर को सुनकर आप भी सोचेंगे कि "अरे, मैं भी कुछ करूं देश के लिए!"
"मुझे तन चाहिए, न धन चाहिए, बस अमन से भरा ये वतन चाहिए।"
बस दिल में ये अरमान लिए, हम तो यही कहेंगे कि "शांति चाहिए, सब्र चाहिए।"
"हम आज भी शहीदों को फूल नहीं चढ़ाते, क्योंकि हमें गुलदस्ता देने की आदत नहीं।"
यहाँ समझिए, गुलदस्ता तो बस हमारे मोहल्ले की शादी-ब्याह में ही इस्तेमाल होता है!
"वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की, तोड़ता है दीवार नफ़रत की।"
शायरी की मिसाल तो यही है, जहां देशभक्ति और प्यार का संगम हो।
"देश के शहीदों का सपना जब सच हुआ, तब जाकर आजादी का ताज मिला।"
इस शेर को सुनकर आप भी सोचेंगे कि "वाह, क्या बात कही है!"
"दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे, आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे।"
अब यह शेर सुनकर तो बस यही कहेंगे कि "आज़ादी हमारी रग-रग में बसी है।"
"जिनके लिए हर दिन तिरंगा लहराता है, वो कभी हार नहीं मानते।"
तिरंगे का सम्मान, हमारी शान!
"आओ झुक कर सलाम करें उन्हें, जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है।"
अब इतना झुक जाओ कि सामने वाला सोचे, "अरे ये तो पूरा झुक गया!"
"आओ मिलकर कसम खाएं, वतन को सिर से ऊंचा उठाएं।"
अब यह शेर कहने के बाद कोई हमें कहे कि "जरा बाल तो ठीक कर लो।"
"दिल में बसा है जो नाम, उससे ही है देश महान।"
यह नाम है 'भारत', और इस पर गर्व करो!
हम न भूलेंगे उनको जिन्होंने देश के लिए जान दी।
सच्चा सलाम उन शहीदों को जो आज़ादी की राह पर कुर्बान हुए।
 "जिसे तिरंगा चाहिए, वो देश का नाम ना भूलाए।"
यह शेर सुनकर तिरंगा हर दिल में लहराएगा!
"सरहदों पर जो खड़े हैं, वो सबसे बड़े हैं।"
इसलिए, हम भी उनकी इज्जत में सर झुकाते हैं।

"देश के लिए जियें, देश के लिए मरें, यही हमारा नारा है।"
और यही हमारा आचरण भी होना चाहिए!

और दोस्तों, 15 अगस्त के मौके पर अपनी सोशल मीडिया स्टोरीज और व्हाट्सएप स्टेटस को इन जोशीले शेरों से सजाइए, ताकि हर कोई देख सके कि आपके दिल में कितना जोश और देशभक्ति है। अगर आप इसे पढ़कर मुस्कुराए हों तो आपकी मुस्कान के लिए धन्यवाद, और अगर आपका दिल देशभक्ति से भर गया हो, तो ये हमारी सच्ची कामयाबी है। जय हिंद!

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