दोस्तों! इस पोस्ट में हम आपके लिए दिल को छू लेने वाली दर्द, गम भरी शायरी, Dard Gham Bhari Shayari in Hindi में लेकर आए हैं, जो खासतौर पर WhatsApp, Facebook, Instagram और दूसरे Social Media Platform पर शेयर करने के लिए बनाई गई हैं। आप इन्हें अपने Status में लगा सकते हैं या अपने दोस्तों को भेज सकते हैं।
Dard Gham Bhari Shayari in Hindi
😒😔👩❤️👨😭उस शख्स का ग़म भी कोई सोचे,जिसे रोता हुआ ना देखा हो किसी ने।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭उस गली में हजार ग़म टूटा,आना जाना मगर नहीं छूटा।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭मोहब्बत उसे भी बहुत है मुझसे,ज़िंदगी सारी इस वहम ने ले ली।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭ग़म की तशरीह बहुत मुश्किल थी,तो अपनी तस्वीर दिखा दी मैंने।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭रंजो-ग़म इश्क के गुजर भी गए,अब तो वो दिल से उतर भी गए।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭माना कि ग़म के बाद मिलती है मुस्कराहटें,लेकिन जियेगा कौन... तेरी बेरुखी के बाद।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭ज़िंदगी लोग जिसे मरहम-ए-ग़म जानते हैं,किस तरह हमने गुजारी है हम ही जानते हैं।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭ग़म-ए-हयात ने आवारा कर दिया वरना,थी आरज़ू कि तेरे दर पे सुबह-ओ-शाम करें।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭उम्मीद थी कि इस ग़म का मदावा हो ही जाएगा,मगर अफसोस कि पहली मोहब्बत आखिरी निकली।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭किसी के जख़्म तो किसी के ग़म का इलाज़,लोगों ने बाँट रखा है मुझे दवा की तरह।😒😔👩❤️👨😭
दिल को छू लेने वाली दर्द और गम भरी शायरी
😒😔👩❤️👨😭इक शामे-ग़म को सुबहे-मसर्रत न मिल न सकी,कितने ही आफताब चढ़े और ढल गये।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭हमने सोचा कि दो चार दिन की बात होगी लेकिन,तेरे ग़म से तो उम्र भर का रिश्ता निकल आया।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭कहाँ तक आँख रोएगी कहाँ तक उसका ग़म होगा,मेरे जैसा यहाँ कोई न कोई रोज़ कम होगा।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭एक किरन भी तो नहीं ग़म की अंधेरी रात में,कोई जुगनू कोई तारा कोई आँसू कुछ तो होता।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭इस कायनाते–ग़म में खुशियाँ कहाँ मयस्सर,दीवाना ढूँढ़ते हैं सहरा में आबो–दाना।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭क्या जरूरत क्यों जफाएं बागबां तेरी सहें,जा तुझे गुलशन मुबारक मुझको वीराने बहुत।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭सुकून न दे सकीं राहतें ज़माने भर की,जो नींद आई तेरे ग़म की छाँव में आई।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭अब तो मेरी आँख में एक अश्क भी नहीं,पहले की बात और थी ग़म था नया नया।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭रखे हैं दिल में हमने बड़े एहतराम से,जो ग़म दिए हैं तुमने मोहब्बत के नाम से।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭ऐ ज़ब्त-ए-इश्क़ और ना ले इम्तिहान-ए-ग़म,मैं रो रहा हूँ नाम किसी का लिये बगैर।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭मेरे ग़मख्वार मेरे दोस्त तुझे क्या मालूम,जिन्दगी मौत के मानिन्द गुजारी मैंने।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭अब तू ही कोई मेरे ग़म का इलाज कर दे,तेरा ग़म है तेरे कहने से चला जायेगा।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭ग़म-ए-इश्क का मारा हूँ मुझे न छेड़ो,जुबां खुलेगी तो लफ़्ज़ों से लहू टपकेगा।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭दुनिया ने ग़म हजार दिए लेकिन ऐ दोस्त,मैंने हर एक ग़म को हँसी में उड़ा दिया।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭कौन रोता है किसी और की खातिर ऐ दोस्त,सबको अपनी ही किसी बात पे रोना आया।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना,गमों की महफिल भी कमाल जमती है।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭तेरी ज़ुल्फों की स्याही से न जाने कैसे,ग़म की ज़ुल्मत मेरी रातों में चली आई है।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭इतना भी करम उनका कोई कम तो नहीं है,ग़म दे के वो पूछते हैं कोई ग़म तो नहीं है?😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭शायद खुशी का दौर भी आ जाए एक दिन,ग़म भी तो मिल गये थे तमन्ना किये बगैर।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭हर हाल में हँसने का हुनर पास था जिनके,वो रोने लगे हैं तो कोई बात तो होगी।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭तू नाराज न रहा कर तुझे वास्ता है खुदा का,एक तेरा चेहरा देख हम अपना गम भुलाते है।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭तेरे हाथ से मेरे हाथ तक का जो फासला था,उसे नापते उसे काटते मेरी सारी उमर गुजर गयी।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭सुलगती ज़िन्दगी से मौत आ जाए तो बेहतर है,हमसे दिल के अरमानों का अब मातम नहीं होता।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭तुम्हें पा लेते तो किस्सा कब का खत्म हो जाता,तुम्हें खोया है तो यकीनन कहानी लम्बी चलेगी।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭तुझको पा कर भी न कम हो सकी बेताबी दिल की,इतना आसान तेरे इश्क़ का ग़म था ही नहीं।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭रहा यूँ ही नामुकम्मल ग़म-ए-इश्क का फसाना,कभी मुझको नींद आई कभी सो गया ज़माना।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭ग़म किस को नहीं तुझको भी है मुझको भी है,चाहत किसी एक की तुझको भी है मुझको भी है।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭हद से बढ़ जाये ताल्लुक तो ग़म मिलते हैं,हम इसी वास्ते अब हर शख्स से कम मिलते हैं।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭इस से बढ़कर दोस्त कोई दूसरा होता नहीं,सब जुदा हो जायें लेकिन ग़म जुदा होता नहीं।😒😔👩❤️👨😭
Best Gham Bhari Shayari in Hindi
😒😔👩❤️👨😭ना मिलता ग़म तो बर्बादी के अफसाने कहाँ जाते,चमन होती अगर दुनिया... तो वीराने कहाँ जाते,चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई ग़ैर तो निकला,सभी होते अगर अपने ही तो बेगाने कहाँ जाते।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭ऐसा नहीं के तेरे बाद अहल-ए-करम नहीं मिले,तुझ सा नहीं मिला कोई, लोग तो कम नहीं मिले,एक तेरी जुदाई के दर्द की बात और है,जिनको न सह सके ये दिल, ऐसे तो ग़म नहीं मिले।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭देख कर उसको अक्सर हमें एहसास होता है,कभी कभी ग़म देने वाला भी बहुत खास होता है,ये और बात है वो हर पल नहीं होता पास हमारे,मगर उसका दिया ग़म अक्सर हमारे पास होता है।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭कुछ लुटकर कुछ लुटाकर लौट आया हूँ,वफ़ा की उम्मीद में धोखा खाकर लौट आया हूँ,अब तुम याद भी आओगे फिर भी न पाओगे,हँसते लबों से सारे ग़म छुपाकर लौट आया हूँ।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭तेरी दुनिया में जीने से तो बेहतर हैं कि मर जायें,वही आँसू, वही आहें, वही ग़म है जिधर जायें,कोई तो ऐसा घर होता जहाँ से प्यार मिल जाता,वही बेगाने चेहरे हैं जहाँ जायें जिधर जायें।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭शिकायत क्या करूँ दोनों तरफ ग़म का फसाना है,मेरे आगे मोहब्बत है तेरे आगे ज़माना है,पुकारा है तुझे मंजिल ने लेकिन मैं कहाँ जाऊं,बिछड़ कर तेरी दुनिया से कहाँ मेरा ठिकाना है।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭न हारा है इश्क न दुनिया थकी है,दिया जल रहा है हवा चल रही है,सुकून ही सुकून है खुशी ही खुशी है,तेरा ग़म सलामत मुझे क्या कमी है।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭कौन अंदाजा मेरे ग़म का लगा सकता है,कौन सही राह दिखा सकता है,किनारे वालो तुम उसका दर्द क्या जानो,डूबने वाला ही गहराई बता सकता है।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭किसी ने जैसे कसम खाई हो सताने की,हमीं पे खत्म हैं सब गर्दिशें जमाने की,सुकून तो खैर हमें नसीब क्या होगा,कहो अभी भी हिम्मत है ग़म उठाने की।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭बिक गये जब तेरे लब तुझको क्या शिकवा अगर,ज़िंदगी बादा-ओ-सागर में बहलाई गई,ऐ ग़मे-दुनिया तुझे क्या इल्म तेरे वास्ते,किन-किन बहानों से तबियत राह पर लाई गई।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭हमें कोई ग़म नहीं था ग़म-ए-आशिक़ी से पहले,न थी दुश्मनी किसी से तेरी दोस्ती से पहले,है ये मेरी बदनसीबी तेरा क्या कुसूर इसमें,तेरे ग़म ने मार डाला मुझे ज़िन्दग़ी से पहले।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭जब तक अपने दिल में उनका गम रहा,हसरतों का रात दिन मातम रहा,हिज्र में दिल का ना था साथी कोई,दर्द उठ-उठ कर शरीके-गम रहा।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭वो इस तरह मुस्कुरा रहे थे,जैसे कोई गम छुपा रहे थे,बारिश में भीग के आये थे मिलने,शायद वो आँसू छुपा रहे थे।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭सोच सोचकर उम्र क्यूँ कम करूँ,वो नहीं मिला तो करूँ गम करूँ,ना हुआ ना सही दीदार उनका,किसलिए भला आँखें नम करूँ।😒😔👩❤️👨😭
Dard Gham Bhari 2 Line Shayari
😒😔👩❤️👨😭सुन कर तमाम रात मेरी दस्ताने-ग़म,वो मुस्कुरा के बोली बहुत बोलते हो तुम।😒😔👩❤️👨
😒😔👩❤️👨😭दुनिया भी मिली गम-ए-दुनिया भी मिली है,वो क्यूँ नहीं मिलता जिसे माँगा था खुदा से।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭जिसे गुजरे दिन के ग़म से नहीं फुर्सत,उसको नए साल की मुबारकबाद क्या देना।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭हर ग़म से वास्ता रहा है हमारा साहब,इलाज हम से बेहतर हकीम क्या बतायेंगे।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭ग़म वो मयखाना कमी जिस में नहीं,दिल वो पैमाना है कि भरता ही नहीं।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭खुश्क आँखों से भी अश्कों की महक आती है,मैं तेरे गम को ज़माने से छुपाऊं कैसे।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭वो नहीं तो मौत सही, मौत नहीं तो नींद सही,कोई तो आए शब-ए-ग़म का मुकद्दर बन कर।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭कुछ ग़मों का होना भी जरूरी है ज़िंदगी में,ज़िंदा होने का अहसास बना रहता है।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭क्या जाने किसको किससे है अब दाद की तलब,वह ग़म जो मेरे दिल में है तेरी नज़र में है।😒😔👩❤️👨
😒😔👩❤️👨😭आया था एक शख्स मेरा दर्द बाँटने,रुखसत हुआ तो अपना भी गम दे गया मुझे।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭यह गम के दिन भी गुजर जायेंगे यूं ही,जैसे वह राहतों के जमाने गुजर गए।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭मेरे ग़म ने होश उनके भी खो दिए,वो समझाते समझाते खुद ही रो दिए।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭ग़म वो मयख़ाना कमी जिस में नहीं,दिल वो पैमाना है भरता ही नहीं।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭दो कदम तो सभी चल लेते हैं पर,ज़िन्दगी भर साथ कोई नहीं निभाता,अगर रो कर भुला सकते यादें,तो हँस कर कोई अपने गम न छुपाता।😒😔👩❤️👨😭
Top Dard Gham Bhari Shayari
😒😔👩❤️👨😭मत सताओ हमें हम सताए हुए हैं,अकेला रहने का ग़म उठाये हुए हैं,खिलौना समझ कर न खेलो हम से,हम भी उसी खुदा के बनाये हुए हैं।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭अगर वो पूछ लें हमसे कहो किस बात का ग़म है,तो फिर किस बात का ग़म है अगर वो पूछ लें हमसे।😒😔👩❤️👨
😒😔👩❤️👨😭झूठ कहते हैं लोग कि मोहब्बत सब छीन लेती है,मैंने तो मोहब्बत करके ग़म का खजाना पा लिया।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭शिकायत क्या करूँ दोनों तरफ ग़म का फसाना है,मेरे आगे मोहब्बत है तेरे आगे ज़माना है।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭बदल जाते है ज़िंदगी के मायने उस वक़्त,जब कोई तुम्हारा, तुम्हारे सामने, तुम्हारा नहीं होता।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭ग़म नहीं ये कि क़सम अपनी भुलाई तुमने,ग़म तो ये है कि रकीबों से निभाई तुमने,कोई रंजिश थी अगर तुमको तो मुझसे कहते,बात आपस की थी क्यूँ सब को बताई तुमने।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭चाहा था मुक्कमल हो मेरे ग़म की कहानी,मैं लिख ना सका कुछ भी तेरे नाम से आगे।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭परछाइयों के शहर की तन्हाईयाँ ना पूछ,अपना शरीक-ए-ग़म कोई अपने सिवा ना था।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭यकीन न आये तो एक बार पूछ कर देखो,जो हँस रहा है वो ग़मों से चूर निकलेगा।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭जानता हूँ ऐसे शख्स को मैं भी मुनीर,ग़म से पत्थर हो गया लेकिन कभी रोया नहीं।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭कर्ज गम का चुकाना पड़ा है,रोके भी मुस्कुराना पड़ा हैसच को सच कह दिया था इसी परमेरे पीछे जमाना पड़ा है।😒😔👩❤️👨😭
😒😔👩❤️👨😭इक खुदा के न आगे झुके तोदरबदर सर झुकाना पड़ा हैतुझको अपना बनाने की खातिरसबको अपना बनाना पड़ा है।😒😔👩❤️👨😭
Final Thoughts
दिल को छू जाने वाली दिल को छू लेने वाली दर्द, गम भरी शायरी | Dard Gham Bhari Shayari का मजा ही अलग है। उम्मीद है कि आपको ये Best Dard Gham Bhari Shayari पसंद आई होगी!
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